किसी के लिए कितना भी कर लो, अंत में वो यही कहकर छोड़ देगा की, आखिर तुमने मेरे लिए किया ही क्या है।
किसी को धोखा देकर ये मत सोचो की वो कितना बेवकूफ है, ये सोचो की उसे तुम पर कितना भरोसा था।
जिसे सर पर बैठाओ वो नाक में दम कर ही जाता है, किसी के लिए कितना भी करो कम पड़ ही जाता है।
दुनिया के सारे शौर शराबों से दूर जब अकेला बैठा तब खुद से मिलने का कहीं मौका मिला।
Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes
खुद ही रोये और रो कर चुप हो गए, ये सोचकर कि आज कोई अपना होता तो रोने ना देता।
कभी-कभी क्षमताओं का पता जीतने के बाद पता लगता है।
जो लोग सबकी फ़िक्र करते हैं, अक्सर उन्ही लोगो की कोई फ़िक्र करने बाला नही होता है।
मेरे अलावा किसी और को अपना महबूब बना कर देख ले, तेरी हर धडकन तुझसे ये खुद कहेगी, उसकी वफा मे कुछ और बात थी।
कुछ अजीब-सा हादसा हुआ है मेरे साथ जिन-जिन को मैंने अच्छे समय से मिलाया था आज उनके पास ही वक़्त नहीं मेरे लिए।
मोहोब्बत उसकी जगह अगर खुद से की होती तो अकेला पन ज़रूर होता पर ये दर्द नहीं।
अफ़सोस होता है उस पल जब अपनी पसंद कोई और चुरा लेता है, ख्वाब हम देखते हैं और हक़ीक़त कोई और बना लेता है।
कहते हैं कि उम्मीद पे जीता है ज़माना, वो क्या करे जिसे कोई उम्मीद ही नहीं।
वो जो सबके सामने कभी जिक्र नहीं करता, अन्दर ही अन्दर बहुत फ़िक्र करता है।
कोई ठुकरा दे तो सह लेना, क्योंकि मोहब्बत की फितरत में जबरदस्ती नही होती है।
अगर कोई पसंद नहीं तो उसे बता दिया करो, यूं नजरअंदाज करने से बस गलतफहमिया बढ़ती है।
किसी को न पाने से जिंदगी खत्म नहीं होती लेकिन, किसी को पाकर खो देने के बाद कुछ बाकी भी नहीं रहता।
खुश रहना तो हमने भी सीख लिया था उनके बगैर, मुद्द्त बाद उन्होंने हाल पूछ के बेहाल कर दिया।
हमने हर पल दुआ मांगी थी, उसके साथ रहने की, और वो मेरे हर पल साथ है लेकिन एक याद बन कर।
किसी ने मुझ से पूछा की पूरी जिंदगी क्या किया, मैंने भी हंस कर कह दिया कि किसी को धोखा नहीं दिया।
पूरी दुनिया को वो नजरअंदाज करता है, इस कदर वो पहले प्यार का आगाज करता है।
किसी के लिए कितना भी करो कोट्स
अभी ज़रा वक़्त है उसे मुझे आज़माने दो वह रो-रो के पुकारेगी बस मेरा वक़्त तो आने दो।
वादा है तुमसे वो दिन भी मैं लाऊँगा,जब तुम ख़ुद कहोगी,मुझे दुनिया की परवाह नहीं मैं बस तुम्हारी होना चाहती हूँ मैं बस तुम्हारी हूँ।
ना चाँद की चाहत ना तारों की फ़रमाईश हर जन्म तू मिले बस यही मेरी ख्वाईश।
हम भी किसी की दिल की हवालात में कैद थे फिर उसने गैरों के जमानत पर हमें रिहा कर दिया।
जो इंसान आप को रोता छोड़ जाये, तो वो इंसान कभी आपका नही हो सकता।
ये जरूरी नहीं की जो रिश्ते हमारे लिए ख़ास है, उनके लिए भी ख़ास हो जिनसे रिश्ते जुड़ें है।
पागल नहीं थे हम जो तेरी हर बात मानते थे, बस तेरी खुसी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नहीं लगता था।
अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,हर ख्वाब मे बुलाया है तुझे, क्यू न करे याद तुझ को जब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे।
कुछ लोग खोने को प्यार कहते हैं..तो कुछ पाने को प्यार कहते हैं,पर हकीक़त तो ये है,हम तो बस निभाने को प्यार कहते हैं।
शिकायत हैं उन्हें कि, हमें मोहब्बत करना नहीं आता, शिकवा तो इस दिल को भी है, पर इसे शिकायत करना नहीं आता।
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